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Sunday, 7 June 2015
शक्लों-आईनें बदलें जिस्म जिनका नहीं
ये सफर तो उन जैसा हैं मग़र उनका नहीं
शक्लों-आईनें बदलें जिस्म जिनका नहीं।
नितेश वर्मा
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