Saturday, 2 August 2014

..लबों पे तेरा नाम आया हैं..

बारिशों में इक जान आया हैं
लबों पे तेरा नाम आया हैं
छूं-लूं किस कदर ख्वाबों में तुझे
दिल के पर्दें पे जो पयाम आया हैं
बेचैंन-भटकती साँसों में
इक जान आया हैं
बारिशों में इक जान आया हैं
लबों पे तेरा नाम आया हैं

क्यूं गुजरेंगी अब रातें तन्हा
होंगी क्यूं शामें अब तन्हा-तन्हा
मेरी बातों में जो इक बात आया हैं
छूं ले तू चेहरा भींगा मेरा
चेहरें पे मेरे तेरा नाम आया हैं
बारिशों में इक जान आया हैं
लबों पे तेरा नाम आया हैं

होंगी जब ये बारिशें थम
होंठों पे होंगे इक-दूजे के हम
सीनें के अंदर जो उबाल आया हैं
तेरा हैं जो दिल बेबाक आया हैं
बारिशों में इक जान आया हैं
लबों पे तेरा नाम आया हैं

..नितेश वर्मा..

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