Tuesday, 25 February 2014

..होगे रु-ब-रु..

..मेरे खून में अब भी कुछ बाकी हैं..
..मुहब्बत के बाद भी..
..सर मेरी इल्ज़ाम से बाकी हैं..
..होगे रु-ब-रु..
..जब कभी दिल से मेरे तुम..
..नाम होंठों पे सुन..
..समझ जाओगे..
..क्यूं जान अब भी बाकी हैं..!

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