Nitesh Verma Poetry
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Friday, 28 February 2014
..हैं मुश्किल..
..मुश्किल हैं ये तर्ज़ संभाले रखना..
..मुहब्बत में एक लफ़्ज़ संभाले रखना..
..आँखों में डूबना..
..और मरने से बचाएँ रखना..
..मुहब्बत में तेरे बिना..
..हैं मुश्किल..
..साँसों भरा ये तर्ज़ संभाले रखना..!
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