Sunday, 20 October 2013

..इक धुंधली सी रात..

Photo: ..गहरे सन्नाटें काली-कुहरें ठंडी भरी रात..
..यादों में संवरती ये धुंधली सी रात..
..जहाँ कोइ किसी का नहीं..
..यादों के सिवा यहाँ कोइ और किसी का नहीं..
..भींगी हल्की-हल्की बारिशों के बीच..
..चेहरे के उपर गिरते बारिशों की बूंद..
..गर्म ख्वाबों के बीच..
..तेरी घनी ज़ुल्फों के बीच..
..इक एहसास..
..आँखों से बूंदों के रूप में उतरते..
..मेरे सारें ख्वाब..
..काली-घनी कुहासे से भरी इक धुंधली सी रात..
..दिल की बात आँखों में भरे आँसू से कहे-बिन बयां..
..गर्म प्यालों के बीच..
..बनी तेरी खुबसूरत सी इक तस्वीर..
..ठंडी हवाओं के बीच..
..इक पिघलते एहसास का होना..
..घनी-काली रातों के बीच..
..बहती हवावों बारिशों के बीच..
..तेरा मुझमें होना तेरा मुझसे होना..
..सारी दिलकशी बातों का एहसास होना..
..रातों के बीच ख्वाबों से परे..
..तेरा मेरे एहसासों में होना..
..मेरा मेरे रूह से हैं होना..!

..गहरे सन्नाटें काली-कुहरें ठंडी भरी रात..
..यादों में संवरती ये धुंधली सी रात..
..जहाँ कोइ किसी का नहीं..
..यादों के सिवा यहाँ कोइ और किसी का नहीं..
..भींगी हल्की-हल्की बारिशों के बीच..
..चेहरे के उपर गिरते बारिशों की बूंद..
..गर्म ख्वाबों के बीच..
..तेरी घनी ज़ुल्फों के बीच..
..इक एहसास..
..आँखों से बूंदों के रूप में उतरते..
..मेरे सारें ख्वाब..
..काली-घनी कुहासे से भरी इक धुंधली सी रात..
..दिल की बात आँखों में भरे आँसू से कहे-बिन बयां..
..गर्म प्यालों के बीच..
..बनी तेरी खुबसूरत सी इक तस्वीर..
..ठंडी हवाओं के बीच..
..इक पिघलते एहसास का होना..
..घनी-काली रातों के बीच..
..बहती हवावों बारिशों के बीच..
..तेरा मुझमें होना तेरा मुझसे होना..
..सारी दिलकशी बातों का एहसास होना..
..रातों के बीच ख्वाबों से परे..
..तेरा मेरे एहसासों में होना..
..मेरा मेरे रूह से हैं होना..!

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