इतना चाहता ये तुझे ज़िस्म के जैसे करीब तुम
रूह हो मेरी और मेरा सुकून तुम
तुझसे ही वादे सारें, तेरे ही इरादे सारें
तुझ बिन क्या साँसे मेरी, तुझसे ही बातें मेरी
दिल की मुहब्बत तुम, आँखों के इशारें तुम
बाहों के करीब, हो लबों के किनारें तुम
हो लबों के किनारें तुम..
इतना चाहता ये तुझे ज़िस्म के जैसे करीब तुम
रूह हो मेरी और मेरा सुकून तुम
बारिश की बूंद तुम, धूप की छावं तुम
हल्का नशा हो तुम, हल्की फुहार तुम
कितने दिनों से लगके, यादों से मेरे तुम
हो मेरी खुमार तुम, ख्वाबों की रात तुम
तू ही जहां और हो मेरी जान तुम
हो मेरी जान तुम..
इतना चाहता ये तुझे ज़िस्म के जैसे करीब तुम
रूह हो मेरी और मेरा सुकून तुम
इतना चाहता ये तुझे ज़िस्म के जैसे करीब तुम
रूह हो मेरी और मेरा सुकून तुम
नितेश वर्मा
रूह हो मेरी और मेरा सुकून तुम
तुझसे ही वादे सारें, तेरे ही इरादे सारें
तुझ बिन क्या साँसे मेरी, तुझसे ही बातें मेरी
दिल की मुहब्बत तुम, आँखों के इशारें तुम
बाहों के करीब, हो लबों के किनारें तुम
हो लबों के किनारें तुम..
इतना चाहता ये तुझे ज़िस्म के जैसे करीब तुम
रूह हो मेरी और मेरा सुकून तुम
बारिश की बूंद तुम, धूप की छावं तुम
हल्का नशा हो तुम, हल्की फुहार तुम
कितने दिनों से लगके, यादों से मेरे तुम
हो मेरी खुमार तुम, ख्वाबों की रात तुम
तू ही जहां और हो मेरी जान तुम
हो मेरी जान तुम..
इतना चाहता ये तुझे ज़िस्म के जैसे करीब तुम
रूह हो मेरी और मेरा सुकून तुम
इतना चाहता ये तुझे ज़िस्म के जैसे करीब तुम
रूह हो मेरी और मेरा सुकून तुम
नितेश वर्मा
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