जो भी सोचता हूँ वो मिल जाता है मुझे
जो मेरे ख़्वाबों के साथ सजाता है मुझे
जिसके साथ होने भर से मैं बेफिक्र हूँ
पापा जो हो संग हर चीज़ भाता है मुझे।
नितेश वर्मा और पापा।
जो मेरे ख़्वाबों के साथ सजाता है मुझे
जिसके साथ होने भर से मैं बेफिक्र हूँ
पापा जो हो संग हर चीज़ भाता है मुझे।
नितेश वर्मा और पापा।
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