हुनरमंदी आज फ़िक्रमंद है रोज़गार को लेकर
कल क्या करेंगे कामयाबी अख़बार को लेकर।
आज ही रोशन कर दो मकान हमारा भी वर्मा
डूबे जो ये नैय्या क्या करेंगे पतवार को लेकर।
नितेश वर्मा
कल क्या करेंगे कामयाबी अख़बार को लेकर।
आज ही रोशन कर दो मकान हमारा भी वर्मा
डूबे जो ये नैय्या क्या करेंगे पतवार को लेकर।
नितेश वर्मा
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