बहुत बुरा होता अग़र वो जिंदा रह जाता
एक समाज फिर आज शर्मिंदा रह जाता
वो मर गया तो कुछ इससे ठीक ही हुआ
वर्ना फिर आज एक लाश जिंदा रह जाता।
नितेश वर्मा
एक समाज फिर आज शर्मिंदा रह जाता
वो मर गया तो कुछ इससे ठीक ही हुआ
वर्ना फिर आज एक लाश जिंदा रह जाता।
नितेश वर्मा
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