गुनाह हो गया कुछ ऐसा मुझसे
दिल मेरा ये जुदा हो गया मुझसे
उसने ना समझा सब उससे था
क्यूं हुआ वो यूं ही खफा मुझसे
हाल कुछ ऐसा है यूं दीवारों का
सिलवटें कई हो बारहबां मुझसे
नितेश वर्मा
दिल मेरा ये जुदा हो गया मुझसे
उसने ना समझा सब उससे था
क्यूं हुआ वो यूं ही खफा मुझसे
हाल कुछ ऐसा है यूं दीवारों का
सिलवटें कई हो बारहबां मुझसे
नितेश वर्मा
No comments:
Post a Comment