हैं कोई ये बतानें वाला
ज़ुर्म मेरा मुझे गिनानें वाला
चेहरें तो बहोत मिलते हैं
कोई हैं मुझे सजानें वाला
पूछता हर-वक्त हादसे वो
मग़र नहीं वो मुझे छुपानें वाला
ग़म की सौ आँधियां चली
कौन यहाँ मुझे रिंझानें वाला
बैठता हर-वक्त सजदें में
नहीं वो मुझे अपनानें वाला
दूर की दूरी ही अच्छी हैं
दिल को कौन ये समझानें वाला
नितेश वर्मा
ज़ुर्म मेरा मुझे गिनानें वाला
चेहरें तो बहोत मिलते हैं
कोई हैं मुझे सजानें वाला
पूछता हर-वक्त हादसे वो
मग़र नहीं वो मुझे छुपानें वाला
ग़म की सौ आँधियां चली
कौन यहाँ मुझे रिंझानें वाला
बैठता हर-वक्त सजदें में
नहीं वो मुझे अपनानें वाला
दूर की दूरी ही अच्छी हैं
दिल को कौन ये समझानें वाला
नितेश वर्मा
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