सुबह बहकर जो हवा चली गयी थीं
शाम तुम्हारें नाम से फिर याद आ गयी
बहोत ही खूबसूरत एहसास बतानें को हैं
ये दिल फिर से तेरा नाम गुनगुनानें को हैं
नितेश वर्मा और बिन मूड शायरी
शाम तुम्हारें नाम से फिर याद आ गयी
बहोत ही खूबसूरत एहसास बतानें को हैं
ये दिल फिर से तेरा नाम गुनगुनानें को हैं
नितेश वर्मा और बिन मूड शायरी
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