उन आँखों की कहती जुबानी को सुन लो
मुझसे मेरी बची इक कहानी को सुन लो
बातों से ना अब यह समुन्दर बाँधों तुम
मुझसे तो अपनी बेईमानी को सुन लो
उन सौ सवालों का जो इक जवाब हैं आया
मिला जो अब सुकूं उस सुहानी को सुन लो
मैं तो अपनें ही उन वादों में उल्झा रहा था
कहतें रहें जो सब उस दीवानी को सुन लो
नितेश वर्मा
मुझसे मेरी बची इक कहानी को सुन लो
बातों से ना अब यह समुन्दर बाँधों तुम
मुझसे तो अपनी बेईमानी को सुन लो
उन सौ सवालों का जो इक जवाब हैं आया
मिला जो अब सुकूं उस सुहानी को सुन लो
मैं तो अपनें ही उन वादों में उल्झा रहा था
कहतें रहें जो सब उस दीवानी को सुन लो
नितेश वर्मा