..मौला कौन हूँ मैं..?
..मेरा घर कहां..?
..अब तु बता छोड तुझे अब मैं जाउँ कहाँ..?
..मेरे सपनों में तु साथी हैं..
..ज़िन्दगी से हैरां अब मैं जाउँ कहाँ..?
..मौला तु बता मौला तु दिखा..
..रात का वो ढलता सबेरा कहाँ..?
..मैं जाउँ अब कैसे वहाँ..
..जहां तु सभी की सुनता सदा..
..मैं हैरां हूँ अपने बात से बहकी हुइ अल्फाज़ से..
..मौला तु सुना मेरे घर का पता..
..मैं तुझसे हूँ तेरी बातोँ में..
..मैं रह गया तेरी यादों में..
..भूल अपनी घर का पता मैं रह गया समाज़ों में..
..भूल खुद का चेहरा सदा..
..मेरा कौन है तेरे सिवा मौला मेरा तु है इक सदा..
..मैं तुझसे हूँ अब जुडने लगा..
..तु बता मौला मेरे घर का पता..
..मौला मैं तो अब सोने चला..
..ढूंढ अपने घर पता..
..जो सूकुँ हैं मेरे घर के अन्दर..
..देख आया था वो बिता मैं तेरे मन्दर..
..हैं हकीकत में तेरा चेहरा यहाँ..
..ये घर ही हैं अब मेरा मन्दिर..!
..मेरा घर कहां..?
..अब तु बता छोड तुझे अब मैं जाउँ कहाँ..?
..मेरे सपनों में तु साथी हैं..
..ज़िन्दगी से हैरां अब मैं जाउँ कहाँ..?
..मौला तु बता मौला तु दिखा..
..रात का वो ढलता सबेरा कहाँ..?
..मैं जाउँ अब कैसे वहाँ..
..जहां तु सभी की सुनता सदा..
..मैं हैरां हूँ अपने बात से बहकी हुइ अल्फाज़ से..
..मौला तु सुना मेरे घर का पता..
..मैं तुझसे हूँ तेरी बातोँ में..
..मैं रह गया तेरी यादों में..
..भूल अपनी घर का पता मैं रह गया समाज़ों में..
..भूल खुद का चेहरा सदा..
..मेरा कौन है तेरे सिवा मौला मेरा तु है इक सदा..
..मैं तुझसे हूँ अब जुडने लगा..
..तु बता मौला मेरे घर का पता..
..मौला मैं तो अब सोने चला..
..ढूंढ अपने घर पता..
..जो सूकुँ हैं मेरे घर के अन्दर..
..देख आया था वो बिता मैं तेरे मन्दर..
..हैं हकीकत में तेरा चेहरा यहाँ..
..ये घर ही हैं अब मेरा मन्दिर..!
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