..सौ बार ठिठक के कहे यें दिल मेरा..
..इसे तुझे प्यार हैं..
..आँखों में मेरे तेरे सपनें हज़ार हैं..
..तुझे दिल में बसा लूं..
..होंठों पे सज़ा लूं आँखों से चुरा लूं..
..इकरारें ये मेरे सारे करार हैं..
..मागूँ तुझे मैं हर दुआओ में..
..हसरते खातिर तेरे मेरे हज़ार हैं..
..इशक मे तेरे डूबे रहने को..
..मन्नतें मेरे हज़ार हैं..
..संग तेरे रहने के बहाने..
..ढूंढें मैने हज़ार हैं..
..जुल्फें तेरे मेरे आशियां के बने रुखसार हैं..
..हैं कहना दिल को मेरे तुझसे..
..मागें तेरे खातिर मैनें खुशीयाँ हज़ार हैं..
..आजा इक बार..
..तु सीने से लग जा मेरे..
..तमन्ना ये मेरे दिल के ये हज़ार हैं..
..सौ बार ठिठक के कहे यें दिल मेरा..
..इसे तुझे प्यार हैं..
..लो लगा लो सीने से इसे..
..तुझे इसे इकरार-ए-प्यार हैं..!
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