Friday, 13 September 2013

..ये बहती हवाएँ..


..ये बहती हवाएँ दिल को सुनाएँ..
..याद दिलाएं ज़िया धडकाएं..
..बहती हवाएं.. ये बहती हवाएँ..
..कभी तेरी ये जुल्फें संवारे..
..याद बनके पुकारे..
..ढूँढें तुझे यूं ही कही मुझमें..
..अपनी सरगम सजाएं मेरी होंठों से बजाएँ..
..तेरी याद दिलाएँ तन्हा रात जगाएँ..
..आशिकी मेरी बढाएँ..
..ये बहती हवाएँ.. ये बहती हवाएँ..
..शाम-सबेरें रातें-दुपहरी तेरा ही बस अक्स आये नज़र..
..बातें तेरी बनके यादें मेरी..
..खुशनुमां सपने मेरे दिल पे संजोएँ..
..ये बहती हवाएँ तेरी जुल्फें बहकाएं..
..तुझे जान ये मेरे पास बुलाएँ..
..करती ये कोशिशें पिया संग मिलाएँ..
..नैना सजाएँ मेरी आशियां बनाएँ..
..हां ये बहती हवाएं.. बहती हवाएँ..!

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