Nitesh Verma Poetry
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Sunday, 22 September 2013
..तुम आबाद हो गये और मैं बर्बाद..!
..तुम क्या समझते हो..
..मै तुम्हारी तरह साज़िश नहीं कर सकता क्या वर्मा..?
..बस खुदा से ये फरियाद करते-करते..
..मेरे जैसा किसी के साथ ना हो..
..तुम आबाद हो गये और मैं बर्बाद..!
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