Nitesh Verma Poetry
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Tuesday, 6 August 2013
तोड़ रही हो रिश्ता मुझसे कम से कम यें बताया तो होता..
तोड़ रही हो रिश्ता मुझसे कम से कम यें बताया तो होता..
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मरते वक्त भी ये कमबख्त साँसें मेरी..
पता ना किससे जुड़ने चली गई..!
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