[1] ..सब सयानें निकल गए..
..मतलब के लिए जुडा मुझसे..
..और फ़िर लात मार..
..आगे निकल गए..!
[2] ..एक दर्द था मेरा हिस्सा..
..एक दर्द था मेरा खिस्सा..
..निगाहें तुझपे पडी..
..और मैं खामोश हो गया..
..दर्द में जो मिला था मुझे तेरा हिस्सा..!
[3] ..अबकी बार भी ये हुआ हैं मुझे..
..खुद से ज़्यादा तेरे पे यकीं हुआ हैं मुझे..!
[4] ..तुमको फिर से सुनाऊँगां..
..मैं तेरे वादों के ख़िस्सें..
..भूला नहीं तुझे अब तक..
..फ़िर से आँखें पढकर तेरी दिखाऊँगां तुझे..!
..मतलब के लिए जुडा मुझसे..
..और फ़िर लात मार..
..आगे निकल गए..!
[2] ..एक दर्द था मेरा हिस्सा..
..एक दर्द था मेरा खिस्सा..
..निगाहें तुझपे पडी..
..और मैं खामोश हो गया..
..दर्द में जो मिला था मुझे तेरा हिस्सा..!
[3] ..अबकी बार भी ये हुआ हैं मुझे..
..खुद से ज़्यादा तेरे पे यकीं हुआ हैं मुझे..!
[4] ..तुमको फिर से सुनाऊँगां..
..मैं तेरे वादों के ख़िस्सें..
..भूला नहीं तुझे अब तक..
..फ़िर से आँखें पढकर तेरी दिखाऊँगां तुझे..!
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