Monday, 2 November 2015

यूं ही एक ख्याल सा

बरसों बाद उसकी चुप्पी टूटी एक सवाल को लेकर - आखिर क्यूं, क्यूं तुम चले गये.. मुझमें एक सवाल छोड़कर और अपनी बेपनाह मुहब्बत लेकर।
वो बहोत परेशान थीं और अब मैं भी हूँ परेशान, मगर उससे थोड़ा कम.. उसकी जुल्फें भी उसे परेशान करती हैं, लेकिन मेरे नहीं। 😊

नितेश वर्मा

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