किसी भी तरीके से उनको मेरे साथ रहने तो दो
वो याद फिर गुजर जायेगी बारिश ठहरने तो दो।
मुलाकात मोहब्बत के रास्ते से मुकम्मल हुई है
इंकार भी हो सकती है यूं इकरार करने तो दो।
सामने समुंदर है पीछे वादियों भरा हसीन समां
जानते है बिछड़ जायेंगे मगर संग चलने तो दो।
किससे शिकायतें बैठकर मैं करने लगा हूँ वर्मा
कल तक जो कह रहा था के मुझे सुधरने तो दो।
नितेश वर्मा
वो याद फिर गुजर जायेगी बारिश ठहरने तो दो।
मुलाकात मोहब्बत के रास्ते से मुकम्मल हुई है
इंकार भी हो सकती है यूं इकरार करने तो दो।
सामने समुंदर है पीछे वादियों भरा हसीन समां
जानते है बिछड़ जायेंगे मगर संग चलने तो दो।
किससे शिकायतें बैठकर मैं करने लगा हूँ वर्मा
कल तक जो कह रहा था के मुझे सुधरने तो दो।
नितेश वर्मा
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