तन्हाईयों को भी हमने रूसवां कर दिया हैं
इन आँसूओं को आज मेहमां कर दिया हैं।
निकल जाऐंगे सब दर्द एक-एक करके यूं
आज खुदको हमने भी आसमां कर दिया हैं।
नितेश वर्मा
इन आँसूओं को आज मेहमां कर दिया हैं।
निकल जाऐंगे सब दर्द एक-एक करके यूं
आज खुदको हमने भी आसमां कर दिया हैं।
नितेश वर्मा
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