छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
जो तुमने किया था हमसे
जाओ हम वो तुमसे नहीं करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
ना कोई शिकायत करते है और
ना ही तुमको कहीं बदनाम
कुछ आरज़ू तुमने भी तोड़े थे
कुछ बातें किए थे सरेआम
कहीं मुझपे ही तोहमतें रखीं थी
कहीं पकड़ा था तुमने गिरेबान
अँधेरा है दिल-ए-मकाँ मेरा अब
पर इसे अब अज़मत नहीं करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
जो तुमने किया था हमसे
जाओ हम वो तुमसे नहीं करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
कसक सीने में ही दबा रहने दो
कुछ ना पूछो गमज़दा रहने दो
कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होगी
छुपा हैं जुर्म जिससे वो पर्दा रहने दो
तुम नज़र मुझपर अब ना रखो
ना ये सवाले मुझसे कोई करो
मेरी आँसूओं का भी हिसाब नहीं
ना खुदपे अब कोई रहमत करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
जो तुमने किया था हमसे
जाओ हम वो तुमसे नहीं करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
जो कुछ भी कर्ज़ है सब अता होगी
जिंदगी भी देखो कितनी बेवफ़ा होगी
इल्ज़ाम मुझपर ही सारे डाले गए है
एक कचहरी मुझे भी बा-वफ़ा होगी
जिस्म ढल रहा हैं और जवानी उतर
फिर भी नहीं मुझे कोई होशों खबर
ऐसा कब तक रहेगा ख़ुदाया मेरे घर
यूं फ़ासलों में क़ुरबत नहीं करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
जो तुमने किया था हमसे
जाओ हम वो तुमसे नहीं करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है।
नितेश वर्मा
जो तुमने किया था हमसे
जाओ हम वो तुमसे नहीं करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
ना कोई शिकायत करते है और
ना ही तुमको कहीं बदनाम
कुछ आरज़ू तुमने भी तोड़े थे
कुछ बातें किए थे सरेआम
कहीं मुझपे ही तोहमतें रखीं थी
कहीं पकड़ा था तुमने गिरेबान
अँधेरा है दिल-ए-मकाँ मेरा अब
पर इसे अब अज़मत नहीं करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
जो तुमने किया था हमसे
जाओ हम वो तुमसे नहीं करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
कसक सीने में ही दबा रहने दो
कुछ ना पूछो गमज़दा रहने दो
कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होगी
छुपा हैं जुर्म जिससे वो पर्दा रहने दो
तुम नज़र मुझपर अब ना रखो
ना ये सवाले मुझसे कोई करो
मेरी आँसूओं का भी हिसाब नहीं
ना खुदपे अब कोई रहमत करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
जो तुमने किया था हमसे
जाओ हम वो तुमसे नहीं करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
जो कुछ भी कर्ज़ है सब अता होगी
जिंदगी भी देखो कितनी बेवफ़ा होगी
इल्ज़ाम मुझपर ही सारे डाले गए है
एक कचहरी मुझे भी बा-वफ़ा होगी
जिस्म ढल रहा हैं और जवानी उतर
फिर भी नहीं मुझे कोई होशों खबर
ऐसा कब तक रहेगा ख़ुदाया मेरे घर
यूं फ़ासलों में क़ुरबत नहीं करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है
जो तुमने किया था हमसे
जाओ हम वो तुमसे नहीं करते है
छोड़ो तुमको बेइज्जत नहीं करते है।
नितेश वर्मा
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