लो इक यकीं कर लो हमारा भी तुम
सर इक खून कर लो हमारा भी तुम
किसी और से कहाँ-तक जताएँ हम
रिश्ता कोई भी करो हमारा भी तुम
क्यूं पूछती उसकी निगाहें तो ना हैं
सवाल उससे करो ये हमारा भी तुम
इक तुम ही नहीं हो सियासती यहाँ
चाल बदलके ये करो हमारा भी तुम
नितेश वर्मा
सर इक खून कर लो हमारा भी तुम
किसी और से कहाँ-तक जताएँ हम
रिश्ता कोई भी करो हमारा भी तुम
क्यूं पूछती उसकी निगाहें तो ना हैं
सवाल उससे करो ये हमारा भी तुम
इक तुम ही नहीं हो सियासती यहाँ
चाल बदलके ये करो हमारा भी तुम
नितेश वर्मा
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