Tuesday, 20 May 2014

..हम इश्क में तेरे यूं हद तक जाऐंगें..

..यूं दिल को तेरी गलियों में हम छोड जाऐंगें..
..आँखों में हैं बसा तेरा चेहरा तुझे अपना कर जाऐंगें..

..होंठों पे हैं तेरा पेहरा आँखों में सपनें तेरे..
..बाहों में अब तुझे हम कर जाऐंगें..

..ज़िन्दगी के अरमां हैं यूं ही बिखरें पडे..
..साँसों से इसे तेरे पूरा कर जाऐंगें..

..हम इश्क में तेरे यूं हद तक जाऐंगें..
..गर दिल में हैं तेरा चेहरा तो दिल तेरा कर जाऐंगें..!

..नितेश वर्मा..

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