..करना हैं हासिल मुझे..
..हर मुकाम को पाना हैं..
..जीतना हैं जंग अपनी..
..जग में नाम कमाना हैं..
..बैठा तो मैं कब से रहा था..
..सोके अब ना कुछ खोना हैं..
..किया हैं जो खुद से वादा..
..पूरा उसे करना हैं..
..जिसकों जो कहना हैं..
..कह लो मेरे यार..
..जब मुहब्बत से ना डरा..
..तो मौत से क्या डरना हैं..!
..नितेश वर्मा..
..हर मुकाम को पाना हैं..
..जीतना हैं जंग अपनी..
..जग में नाम कमाना हैं..
..बैठा तो मैं कब से रहा था..
..सोके अब ना कुछ खोना हैं..
..किया हैं जो खुद से वादा..
..पूरा उसे करना हैं..
..जिसकों जो कहना हैं..
..कह लो मेरे यार..
..जब मुहब्बत से ना डरा..
..तो मौत से क्या डरना हैं..!
..नितेश वर्मा..
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