Wednesday, 4 June 2014

..अभी ज़िंदा हूँ मैं..

..मेरी खामोशियों को मेरी मौत ना समझ लेना..
..अभी ज़िंदा हूँ मैं..

..किसी शहर से लौटा हूँ किसी अपनें को देख..
..हैंरत अब तुम्हारें मेरे ना होनें पे क्या होगी..!

..नितेश वर्मा..

No comments:

Post a Comment