..वो डूबे अपनें इश्क में कुछ इस तरह..
..शहर के शहर जल गए बारिशों में जिस तरह..
..वो खोयें रहें खुद में कुछ इस तरह..
..मय्यत की शोर गुजर गयी अँधेरी रातों में जिस तरह..!
..नितेश वर्मा..
..शहर के शहर जल गए बारिशों में जिस तरह..
..वो खोयें रहें खुद में कुछ इस तरह..
..मय्यत की शोर गुजर गयी अँधेरी रातों में जिस तरह..!
..नितेश वर्मा..
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