कुछ कहना नहीं होता है उनका
ख़ोया दिल कहीं होता है उनका।
वो बारिश में भींगती नहीं है अब
ज़िक्रे-ज़बाँ वहीं होता है उनका।
सर्दियाँ उनसे कोसों दूर होती है
ये जो धूप ज्योंहीं होता है उनका।
जो बात फिर से हम करेंगे वर्मा
ग़र्दे-हाल त्योंहीं होता है उनका।
नितेश वर्मा
#Niteshvermapoetry
ख़ोया दिल कहीं होता है उनका।
वो बारिश में भींगती नहीं है अब
ज़िक्रे-ज़बाँ वहीं होता है उनका।
सर्दियाँ उनसे कोसों दूर होती है
ये जो धूप ज्योंहीं होता है उनका।
जो बात फिर से हम करेंगे वर्मा
ग़र्दे-हाल त्योंहीं होता है उनका।
नितेश वर्मा
#Niteshvermapoetry
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