जो कमाता हैं उसको पता है
आखिर दुख,दर्द,दवा क्या है।
मिले हैं जो तो यूं परेशां हैं जां
जाने वो उसकी खता क्या है।
खुदके पीछे खुद है भाग रहा
जाने यह काला साया क्या है।
पर्दा लगाके हुआ है सबकुछ
वर्मा फिर ये तेरा हया क्या है।
नितेश वर्मा और क्या है।
आखिर दुख,दर्द,दवा क्या है।
मिले हैं जो तो यूं परेशां हैं जां
जाने वो उसकी खता क्या है।
खुदके पीछे खुद है भाग रहा
जाने यह काला साया क्या है।
पर्दा लगाके हुआ है सबकुछ
वर्मा फिर ये तेरा हया क्या है।
नितेश वर्मा और क्या है।
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