किसे यकीन है के वो कुछ करेगा
ये परिंदा तो ऐसे ही जियेगा-मरेगा।
भूलकर भी नहीं भूल की है जिसनें
फिर भी उम्र तक वो इससे डरेगा।
उसका किया उसके साथ होगा यूं
मगर बुराइयाँ तो वो बाप ही भरेगा।
परेशान इस दिल का इतना है वर्मा
गुनाहों से ये सर कब तक लड़ेगा।
नितेश वर्मा और गुनाह
ये परिंदा तो ऐसे ही जियेगा-मरेगा।
भूलकर भी नहीं भूल की है जिसनें
फिर भी उम्र तक वो इससे डरेगा।
उसका किया उसके साथ होगा यूं
मगर बुराइयाँ तो वो बाप ही भरेगा।
परेशान इस दिल का इतना है वर्मा
गुनाहों से ये सर कब तक लड़ेगा।
नितेश वर्मा और गुनाह
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