Sunday, 26 July 2015

आँखों से यूं आँसू किसी के कब तक बहें

आँखों से यूं आँसू किसी के कब तक बहें
रों ले तू जब तक ये जां मुझमें जिन्दा रहे।

नितेश वर्मा

No comments:

Post a Comment