उसको आज भी मेरे इंतजार का ऐतबार हैं
उसकी निगाहों में देखा मैंने वहीं प्यार हैं
कोई डर नहीं आके पढ ले कोई निगाहें उसकी
ये उसकी तरफ का ही पहला इकरार हैं।
नितेश वर्मा
उसकी निगाहों में देखा मैंने वहीं प्यार हैं
कोई डर नहीं आके पढ ले कोई निगाहें उसकी
ये उसकी तरफ का ही पहला इकरार हैं।
नितेश वर्मा
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