Tuesday, 11 August 2015

हाल क्या हैं बिन तेरे

हाल क्या हैं बिन तेरे
ख्याल क्या बिन तेरे
खुद में उल्झा-उल्झा
मैं सवाल क्या बिन तेरे
पढ लूं मैं चुपके से
आँखों की
मज़ाल क्या बिन तेरे
हाल क्या बिन तेरे

के पता नहीं कहाँ ढूँढू
लापता मैं जहां ढूँढू
खबर आ गयी
इक नज़र में
बेनजर जो
मैं हर दफा ढूँढू
बदल के चाल बिन तेरे
चलूं क्या चाल बिन तेरे
हाल क्या हैं बिन तेरे
ख्याल क्या बिन तेरे

नितेश वर्मा और बिन तेरे।

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