साथ दो कदम का वो सफ़र कितना अच्छा था
दोस्त तेरे साथ हर वो पहर कितना अच्छा था।
कभी जो आँखों में बसता था वो लम्हा सुहाना
हुआ परदेश कभी वो शहर कितना अच्छा था।
नितेश वर्मा और दोस्त
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
#HappyFriendshipDay
दोस्त तेरे साथ हर वो पहर कितना अच्छा था।
कभी जो आँखों में बसता था वो लम्हा सुहाना
हुआ परदेश कभी वो शहर कितना अच्छा था।
नितेश वर्मा और दोस्त
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
#HappyFriendshipDay
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