[1]
ख्यालों में खो जाता हैं दिल कहीं
जब गाल पर हाथ जाता हैं कभी
[2]
ख्यालों को बे-आबरू करते हैं
आओ कुछ बद्दतमीज़ होते हैं
नितेश वर्मा और ख्याल
ख्यालों में खो जाता हैं दिल कहीं
जब गाल पर हाथ जाता हैं कभी
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ख्यालों को बे-आबरू करते हैं
आओ कुछ बद्दतमीज़ होते हैं
नितेश वर्मा और ख्याल
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