..किस कदर चाहूँ तुझे तु ही बता मेरे यारा..
..दिन में याद करूं या दिल से याद करूं तुझे..
..किस्मत के सहारें रहूं..
..या तेरे चेहरें के सहारें जीऊँ..
..कैसे कहूँ या बिन कहें रहूं..
..तुझसे हैं मुहब्बत मैं कैसे जीऊँ..
..लम्हा-लम्हा तेरे सीनें में बसा..
..होंठों पे तेरे पल-पल सज़ाँ..
..ये चाहत हैं मेरी कैसी..
..सपनों में तेरी मेरी रातें कटी..
..चाहां तुझे हरदम रातें तेरे ख़्वाबों में कटे..
..किस कदर चाहूँ तुझे तु ही बता मेरे यारा..
..दिन में याद करूं या दिल से याद करूं तुझे..!
..दिन में याद करूं या दिल से याद करूं तुझे..
..किस्मत के सहारें रहूं..
..या तेरे चेहरें के सहारें जीऊँ..
..कैसे कहूँ या बिन कहें रहूं..
..तुझसे हैं मुहब्बत मैं कैसे जीऊँ..
..लम्हा-लम्हा तेरे सीनें में बसा..
..होंठों पे तेरे पल-पल सज़ाँ..
..ये चाहत हैं मेरी कैसी..
..सपनों में तेरी मेरी रातें कटी..
..चाहां तुझे हरदम रातें तेरे ख़्वाबों में कटे..
..किस कदर चाहूँ तुझे तु ही बता मेरे यारा..
..दिन में याद करूं या दिल से याद करूं तुझे..!
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