Wednesday, 9 April 2014

..मैं नाराज़ हूँ मगर तुम्हारें पास हूँ..

..मैं नाराज़ हूँ मगर तुम्हारें पास हूँ..
..मैं राज़ हूँ मगर तुम्हारें साथ हूँ..
..ख़्वाब हूँ या सायां तेरा..
..मगर रूह से तेरे पास हूँ..
..मैं एक बात हूँ..
..मगर किताब में तुम्हारें साथ हूँ..
..मैं आशिक हूँ..
..मगर गुलामी में तेरा ख़ास हूँ..
..मैं जज़्बात हूँ..
..मगर खुद से उदास हूँ..
..मैं नाराज़ हूँ मगर तुम्हारें पास हूँ..
..मैं राज़ हूँ मगर तुम्हारें साथ हूँ..!


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