[1] ..कोई ख़्वाब सज़ाँ देखा तो तेरी याद आई..
..कोई रात सज़ाँ देखा तो तेरी याद आई..
..मुझमें सज़ाँ ये ज़हाँ देखा तो तेरी याद आई..
..ऐ मेरी मुहब्बत..
..ज़मानें में किसी को उदास देखा तो तेरी याद आई..!
[2] ..तुझमें जो डूबा था मैं तो दीवाना कहलाया..
..तुझसे बिछडा तो मैं सयाना कहलाया..
..क्या करोगी जान के इस ज़मानें के बारें में..
..मेरी की मुहब्बत जो यहां बेवफ़ा कहलाया..!
..कोई रात सज़ाँ देखा तो तेरी याद आई..
..मुझमें सज़ाँ ये ज़हाँ देखा तो तेरी याद आई..
..ऐ मेरी मुहब्बत..
..ज़मानें में किसी को उदास देखा तो तेरी याद आई..!
[2] ..तुझमें जो डूबा था मैं तो दीवाना कहलाया..
..तुझसे बिछडा तो मैं सयाना कहलाया..
..क्या करोगी जान के इस ज़मानें के बारें में..
..मेरी की मुहब्बत जो यहां बेवफ़ा कहलाया..!
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