..मैं मेरे रस्तें आ गया..
..खुद से हारा तो मैं तेरे रस्तें आ गया..
..बदल जाती हैं हर बार..
..मेरी मंज़िल की तस्वीर..
..अए खुदा..!
..मैं तेरी कारीगरी से रस्तें पे आ गया..
..बदल गया हैं हर शख़्स मेरे ज़हन का..
..मैं ज़िद से अपने रस्तें पे आ गया..
..हैं गम बहोत बतानें को..
..मैं इसे जतानें से रस्तें पे आ गया..
..अब बंद कर दी हैं मैंनें सारी ख़िदमतें..
..मैं तेरे सज़दें से रस्तें पे आ गया..
..मैं मेरे रस्तें आ गया..
..खुद से हारा तो मैं तेरे रस्तें आ गया..!
..खुद से हारा तो मैं तेरे रस्तें आ गया..
..बदल जाती हैं हर बार..
..मेरी मंज़िल की तस्वीर..
..अए खुदा..!
..मैं तेरी कारीगरी से रस्तें पे आ गया..
..बदल गया हैं हर शख़्स मेरे ज़हन का..
..मैं ज़िद से अपने रस्तें पे आ गया..
..हैं गम बहोत बतानें को..
..मैं इसे जतानें से रस्तें पे आ गया..
..अब बंद कर दी हैं मैंनें सारी ख़िदमतें..
..मैं तेरे सज़दें से रस्तें पे आ गया..
..मैं मेरे रस्तें आ गया..
..खुद से हारा तो मैं तेरे रस्तें आ गया..!
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