Saturday, 12 April 2014

..ज़ब दर्द का तूफ़ान मेरे हिस्सें आया..

..ज़ब दर्द का तूफ़ान मेरे हिस्सें आया..
..कम आया लेकिन घेरे आया..
..कुछ इस कदर बर्बाद किया उसने मुझे..
..आँखों से मेरे आँसू कम खून ज़्यादा भर आया..
..किस कदर मैं उससें जुडा..
..साँसें कम थीं मगर दिल से जुडा..
..मैं बता ना पाया मेरें दर्द की दास्तां..
..सब्र इतना था कब्र पे खामोश आया..
..होंठों पे मैं तेरा पैगाम भरें आया..
..खामोशी भूल तेरी गुलामी भर आया..
.. हर चेहरें को भूला तेरा चेहरा पढ आया..
..किस्मत से भाग तेरे पहलूं में घर कर आया..
..ज़ब दर्द का तूफ़ान मेरे हिस्सें आया..
..कम आया लेकिन घेरे आया..!


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