..दिखाना मुश्किल हैं..
..के यहां रहता हैं कोई..
..तुम गर गौर से देखों..
..तो देखों..
..के यहां रहता हैं कोई..
..पता पूछ के..
..तुम कहाँ चले जातें हो..
..दिल पे मेरे..
..आखिर क्यूं तुम..
..बाज़ियाँ चलातें हो..
..समझाया तो हैं..
..मैंनें तुम्हें कई बार..
..वापिस मत आओ..
..संग-ए-मर-मरें हैं..
..वो शहज़ाद..
..के यहां रहता हैं कोई..
..ये दिल हैं बाज़ार नहीं..
..कीमत की बात क्या..
..जब बातों से लगता हैं..
..के यहां रहता हैं कोई..
..दिखाना मुश्किल हैं..
..के यहां रहता हैं कोई..!
..नितेश वर्मा..
..के यहां रहता हैं कोई..
..तुम गर गौर से देखों..
..तो देखों..
..के यहां रहता हैं कोई..
..पता पूछ के..
..तुम कहाँ चले जातें हो..
..दिल पे मेरे..
..आखिर क्यूं तुम..
..बाज़ियाँ चलातें हो..
..समझाया तो हैं..
..मैंनें तुम्हें कई बार..
..वापिस मत आओ..
..संग-ए-मर-मरें हैं..
..वो शहज़ाद..
..के यहां रहता हैं कोई..
..ये दिल हैं बाज़ार नहीं..
..कीमत की बात क्या..
..जब बातों से लगता हैं..
..के यहां रहता हैं कोई..
..दिखाना मुश्किल हैं..
..के यहां रहता हैं कोई..!
..नितेश वर्मा..
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