Sunday, 6 July 2014

..तो नाम मेरा साफ़ लिख देता हैं..

..मेरे हर बात पे..
..वो नामंजूरी लिख देता हैं..
..पूछूँ गर नफ़रत हैं क्या..
..तो मुहब्बत लिख देता हैं..

..कोशिशें करता हैं लाख..
..फ़िर अपनी हार लिख देता हैं..
..पूछूँ गर ज़ुर्म हैं किसका..
..तो नाम मेरा साफ़ लिख देता हैं..!

..नितेश वर्मा..

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