यार!
कितना खूबसूरत हैं ना - मैंने कहा
जब अच्छे दोस्त साथ हो ना
तो
फिर सबकुछ अच्छा ही लगता हैं - उसने कहा
हाँ, वो तो मैं हूँ ही - मैंने कहा
तुम्हारी बात कौन कर रहा था ?
मैं तो अपनी बात बता रही थी - उसने कहा
लगता तो नहीं लेकिन हो तुम भी - मैंने कहा
क्या लगा था तुम्हें ?
सिर्फ तुम ही लिख सकते हों - उसने कहा
नहीं, ऐसी बात नहीं है - मैंने कहा
अच्छा! एक बात बताओ
क्यूं उदास सी रहती हो तुम - मैंने पूछा
कहाँ रहती हूँ मैं कभी उदास - उसने कहा
फिर तीन घंटे अपनी कहानी सुनाई
आँखों से आँसू बहा-बहा कर
एक बात बोलूं - मैंने पूछा
हाँ बोलो, ना बोलूंगी तो कौन सा मान जाओगे - उसने कहा
शायद इससे पहले ये किसी ने तुमसे नहीं कहा होगा - मैंने कहा
संजीदगी भरा उसका कहना था बोलो
यार!
तुम रोते हुये बहोत बुरी लगती हो - मैंने कहा।
नितेश वर्मा और यार।
कितना खूबसूरत हैं ना - मैंने कहा
जब अच्छे दोस्त साथ हो ना
तो
फिर सबकुछ अच्छा ही लगता हैं - उसने कहा
हाँ, वो तो मैं हूँ ही - मैंने कहा
तुम्हारी बात कौन कर रहा था ?
मैं तो अपनी बात बता रही थी - उसने कहा
लगता तो नहीं लेकिन हो तुम भी - मैंने कहा
क्या लगा था तुम्हें ?
सिर्फ तुम ही लिख सकते हों - उसने कहा
नहीं, ऐसी बात नहीं है - मैंने कहा
अच्छा! एक बात बताओ
क्यूं उदास सी रहती हो तुम - मैंने पूछा
कहाँ रहती हूँ मैं कभी उदास - उसने कहा
फिर तीन घंटे अपनी कहानी सुनाई
आँखों से आँसू बहा-बहा कर
एक बात बोलूं - मैंने पूछा
हाँ बोलो, ना बोलूंगी तो कौन सा मान जाओगे - उसने कहा
शायद इससे पहले ये किसी ने तुमसे नहीं कहा होगा - मैंने कहा
संजीदगी भरा उसका कहना था बोलो
यार!
तुम रोते हुये बहोत बुरी लगती हो - मैंने कहा।
नितेश वर्मा और यार।
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