Nitesh Verma Poetry
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Monday, 14 September 2015
मुझसे नाराज़ होकर तुम अब क्यूं जा रही हो
मुझसे नाराज़ होकर तुम अब क्यूं जा रही हो
ज़िन्दगी हो मेरी तो क्यूं हल्ला मचा रही हो।
नितेश वर्मा और ये हल्ला
उफ्फ। :)
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