जुल्फें सवर जाऐंगी
बादल बरसने के बाद
आँखें भी थम जाऐंगी
बादल बरसने के बाद
लबों की सख्ती
खुल के बरस के चुप है
शिकन चेहरे पे है
मुहब्बत लम्हे
शायद अब शुरू हो।
नितेश वर्मा और मुहब्बत।
बादल बरसने के बाद
आँखें भी थम जाऐंगी
बादल बरसने के बाद
लबों की सख्ती
खुल के बरस के चुप है
शिकन चेहरे पे है
मुहब्बत लम्हे
शायद अब शुरू हो।
नितेश वर्मा और मुहब्बत।
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