Tuesday, 15 September 2015

वर्मा ऐसी ही निशानी सी हो गयी है हिंदी।

अब तो गुजरीं कहानी सी हो गयी है हिंदी
किसे है पता यूं दीवानी सी हो गयी है हिंदी।

अब तो माहौल ऐसा है के सब शोर करे है
और मेरी तरह जुबानी सी हो गयी है हिंदी।

जी चाहे जो जैसे अपने हिस्से से समेटे है
अब तो ये यूं मनमानी सी हो गयी है हिंदी।

एक कोशिश है सबकुछ बेहतर करने की
वर्मा ऐसी ही निशानी सी हो गयी है हिंदी।

नितेश वर्मा और हिन्दी।

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