सफर हसीं मुहब्बत के आप भूल जाईये
हो सके तो पढनें के लिये स्कूल जाईये।
आपको अब ये ऐसा नहीं लगता हैं क्या
पढिये किताबें और पैसें को वसूल जाईये।
नितेश वर्मा
हो सके तो पढनें के लिये स्कूल जाईये।
आपको अब ये ऐसा नहीं लगता हैं क्या
पढिये किताबें और पैसें को वसूल जाईये।
नितेश वर्मा
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