Tuesday, 15 September 2015

एक उदासी घेरे रहती हैं उसके जाने के बाद

बस एक ख्याल सा..
वो उस छोटी सी बात पर नाराज़ होकर चली गयीं.. आज़ तक यकीन नहीं होता.. क्या वो बात इतनी बडी थीं.. या वो बात.. सिर्फ उसके जानें का बहाना था.. और मेरा उसके यादों में ठहर जानें का..
कुछ समझ नहीं आता.. बस एक उदासी घेरे रहती हैं उसके जाने के बाद।

नितेश वर्मा

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